जबलपुर। नगर की राजनीति के साथ-साथ साहित्यिक, सांस्कृतिक जगत में आंदोलनकारी परिवर्तन और जबलपुर शहर को संस्कारधानी के रूप में स्थापित करने में पं. भवानी प्रसाद तिवारी का योगदान अविस्मरणीय है।
उन्होंने न केवल साहित्य और संगीत की सेवा की वरन देश को ऐसा साहित्य दिया जो हम सभी के लिए मार्गदर्शक के रूप में प्रेरणा दे रहा है। यह बात पूर्व राज्यमंत्री चंद्रकुमार भानोत ने चंचलबाई महाविद्यालय राइट टाउन स्थित कार्यालय के उद्घाटन व पद्मश्री पं. भवानी प्रसाद तिवारी जन्म शताब्दी समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। मनोरमा तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में ओंकार श्रीवास्तव, डॉ. अनामिका तिवारी व डॉ. तनुजा चौधरी ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती पूजन से किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में नगर के साहित्यकारों की काव्य निशा आयोजित की गई। जिसमें विजय तिवारी 'किसलय', सतीश नवल, नवनीत श्रीवास्तव, अनामिका तिवारी, दीपक तिवारी सहित अन्य ने काव्य पाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन सतीश नवल व आभार प्रदर्शन नवनीत श्रीवास्तव ने किया।
उन्होंने न केवल साहित्य और संगीत की सेवा की वरन देश को ऐसा साहित्य दिया जो हम सभी के लिए मार्गदर्शक के रूप में प्रेरणा दे रहा है। यह बात पूर्व राज्यमंत्री चंद्रकुमार भानोत ने चंचलबाई महाविद्यालय राइट टाउन स्थित कार्यालय के उद्घाटन व पद्मश्री पं. भवानी प्रसाद तिवारी जन्म शताब्दी समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। मनोरमा तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में ओंकार श्रीवास्तव, डॉ. अनामिका तिवारी व डॉ. तनुजा चौधरी ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती पूजन से किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में नगर के साहित्यकारों की काव्य निशा आयोजित की गई। जिसमें विजय तिवारी 'किसलय', सतीश नवल, नवनीत श्रीवास्तव, अनामिका तिवारी, दीपक तिवारी सहित अन्य ने काव्य पाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन सतीश नवल व आभार प्रदर्शन नवनीत श्रीवास्तव ने किया।